गढ़वा: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रत्याशी मिथिलेश कुमार ठाकुर ने सोमवार को 80 गढ़वा विधानसभा सीट से अपने नामांकन दाखिल कर दिया। खास बात यह रही कि मिथिलेश ठाकुर मोटरसाइकिल से जिला अनुमंडल कार्यालय पहुंचे और 80 गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी संजय कुमार के समक्ष दो सेट में नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ गठबंधन के कई प्रमुख नेता और समर्थक मौजूद रहे, जो उनकी उम्मीदवारी को और मजबूती प्रदान कर रहे थे।
बड़ी नेताओं की मौजूदगी ने दिखाया गठबंधन की ताकत
मिथिलेश ठाकुर के साथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष औबेदुल्ला हक अंसारी, शंभू राम, परेश तिवारी, हाजी निजाम और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। इनकी उपस्थिति ने झामुमो-कांग्रेस गठबंधन की एकजुटता और ताकत को प्रदर्शित किया। नामांकन प्रक्रिया के बाद, निर्वाची पदाधिकारी संजय कुमार ने मिथिलेश ठाकुर को शपथ दिलाई। इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मिथिलेश ठाकुर के समर्थन में जोरदार नारे लगाए, जिससे वहां चुनावी माहौल और भी गर्म हो गया।
मोटरसाइकिल से पहुंचे मिथिलेश ठाकुर, जनता से जुड़ने की रणनीति
नामांकन के लिए मोटरसाइकिल से कार्यालय पहुंचना न सिर्फ सादगी का प्रतीक था बल्कि क्षेत्र की जनता से सीधे तौर पर जुड़ने की रणनीति भी नजर आई। मिथिलेश ठाकुर ने अपने समर्थकों और क्षेत्र की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह जनता की सेवा और क्षेत्र के विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
दो सेट में नामांकन किया दाखिल
मिथिलेश ठाकुर ने 80 गढ़वा विधानसभा सीट के लिए दो सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस नामांकन के बाद गठबंधन के समर्थकों में भारी उत्साह देखा गया और उन्होंने मिथिलेश ठाकुर की जीत सुनिश्चित करने का भरोसा जताया।
गठबंधन की उम्मीदवारी को मिला भारी समर्थन
झामुमो और कांग्रेस के गठबंधन के तहत मिथिलेश ठाकुर की उम्मीदवारी को और अधिक मजबूती मिली है। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में मौजूदगी ने भी गठबंधन की ताकत को दर्शाया। मिथिलेश ठाकुर ने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पूरी एकजुटता और मजबूती के साथ चुनाव प्रचार में जुटें ताकि गढ़वा विधानसभा सीट पर उनकी जीत सुनिश्चित हो सके।
गढ़वा सीट पर दिलचस्प होगा मुकाबला
गढ़वा विधानसभा सीट झारखंड के चुनावी परिदृश्य में एक अहम सीट मानी जाती है। मिथिलेश ठाकुर के नामांकन के बाद यह सीट और भी महत्वपूर्ण हो गई है। क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी तेज हो चुकी है, और जनता का भारी समर्थन इस बार के चुनाव को और भी दिलचस्प बना रहा है।